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श्री गणेश वंदना

  जय गणपति महाराज --- स्वामी जय गणपति महाराज , भादों मास अरू , शुक्ल चतुर्थी , आये बिराजे आप --- ऊँ जय माता जिनके पार्वती हैं , पिता , डमरू धारी --- स्वामी वाम अंग रिद्धि - सिद्धि विराजे उदर है , भारी --- ऊँ जय एकदंत है सोहत , चार भुजा भारी --- स्वामी रूप रंग मुख चन्द्र सो सोहत माथे सिन्दूर धारी --- ऊँ जय लम्बा सूण्ड कर्ण सूपा सा तृनेत्र धारी --- स्वामी गुड़ के मोदक भोग लगत हैं , मूषक सवारी --- ऊँ जय जाके पुत्र नाम है सुन्दर , शुभ - लाभ जिनका -- स्वामी तुम बिन और न दूजा ध्यान करूँ किसका --- ऊँ जय ---------------------------